यात्रा करते समय चन्द्रमा हमारे साथ चलता हुआ क्यों प्रतीत होता है?
किसी गतिमान वाहन से बाहर देखने से ऐसा लगता है कि वृक्ष, मकान, खेत आदि पीछे की ओर दौड़ रहे हैं। जितनी तीव्रता से हम यात्रा करते हैं उतनी ही तीव्रता से ये वस्तुएँ पीछे की ओर दौड़ती हुई प्रतीत होती हैं। इसके अतिरिक्त वस्तुओं की गति दूरी पर भी निर्भर है। रेलवे लाइन अथवा सड़कों के समीप वाली वस्तुएँ शीघ्रता से पीछे की ओर दौड़ती है जबकि दूर वाली वस्तुएँ अपेक्षाकृत कम गति करती प्रतीत होती हैं। चन्द्रमा हमसे लगभग 384,400 कि0मी0 दूर है। स्वाभाविकतः इसकी इतनी मन्द गति होती है कि यह हमारे साथ चलता हुआ प्रतीत देता है। इस घटना को लम्बन (पैरालेक्स, Paralax) कहते हैं। यदि हम पर्याप्त तीव्र गति से यात्रा करें तो निश्चय ही चन्द्रमा पीछे की ओर चलता हुआ दिखाई देगा।