जल प्रदूषण का स्तर कैसे ज्ञात किया जाता है?
जल-प्रदूषण से अवांछनीय भौतिक, रासायनिक अथवा नीवी लक्षणों में परिवर्तन आ जाता है जो मानव-जीवन के लिए हानिकारक हो सकते हैं। भौतिक परीक्षण के लिए रंग, गंध, स्वाद व आविलता का अध्ययन किया जाता है। यह प्रदूषकों के परिमाण के बारे में एक प्राथमिक विचार है। रासायनिक विश्लेषण द्वारा जल में उपस्थित विभिन्न पदार्थों की पहचान की जाती है। इसके लिए कैलोरीमीटर, स्पैक्ट्रम प्रकाशमिति, न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेन्स, जी. एल. सी. आदि यंत्रों का प्रयोग किया जाता है। सूक्ष्म जीवों की उपस्थिति ज्ञात करने के लिए सूक्ष्मदर्शी यंत्र व कुछ जीवी परीक्षण किये जाते हैं।