वर्षा वाले बादल काले क्यों होते हैं?
बादल जल या बर्फ के कणों के नन्हें बिन्दुकों के संग्रह से बनते हैं जो वायु में 2 से 12 कि0 मी0 की ऊंचाई पर निलम्बित होते हैं। वर्षा वाले बादलों में जल की सूक्ष्म बूंदें छोटे-से क्षेत्र में अधिक मात्रा में पैक होती हैं। जब प्रकाश एक पारदर्शक माध्यम से दूसरे भिन्न घनत्व वाले माध्यम में प्रवेश करता है तो इसका कुछ भाग परावर्तित हो जाता है और शेष भाग संचारित होता है। जब घनत्व में अंतर अधिक होता है तो प्रकाश अधिक परावर्तित होता है। जब बादलों पर पड़ने वाला प्रकाश का अधिकांश भाग परावर्तित हो जाता है तो वह सफेद दिखाई देता है। यदि बादल अधिक मात्रा में पैक हो जाते हैं तो उनसे कम प्रकाश परावर्तित होता है और अधिकांश प्रकाश संचारित होता है। वर्षा वाले बादलों के सघन पैक बिन्दुक निरन्तर आपस में टकराते रहते हैं जिससे अनेक आकार में वृद्धि हो जाती है। इसके परिणाम में वायुजल अंतरा-पृष्ठ श्वेत अधिक कम हो जाता है और कम प्रकाश बादलों की तुलना में बहुत परावर्तित होता है, इसलिए वर्षा वाला बादल काला प्रकट होता है।