आज के विज्ञान ने रंगों के लौटने के भिन्न ढंग निकाले हैं।
आज का मनुष्य उन ढंगों को काम में लाकर प्रकाश के रंगों को अपने लिए अधिक उपयुक्त बना लेता है। तुम भी उन वैज्ञानिक ढंगों से तरह-तरह के रंगों को लौटा कर, रंगों को अपने लिए अधिक उपयोगी और लाभकर बना सकते हो। किसी स्थान में अंधेरा इसलिए रहता है कि उसमें किसी भी रंग को लौटाने का गुण नहीं होता। यदि सफेदी कर दी जाए, तो उसमें रंगों के लौटालने को गुण पैदा हो जाएगा।
कांच का शीशा सफेद इसलिए दिखाई पड़ता है कि वह किसी भी रंग को नहीं लौटाता। इसके विपरीत हरे रंग का शीशा हरा और लाल रंग का शीशा लाल रंग का, इसलिए दिखाई पड़ता है कि वह हरा और लाल रंग को लौटता है।
इसी प्रकार भिन्न-भिन्न क्रियाओं से भिन्न-भिन्न वस्तुओं के रंग को बदला जा सकता है।
क्या प्रकाश वस्तुओं के आर-पार भी जाता है? हाँ! यदि प्रकाश वस्तुओं के आर-पार जाने का गुण न होता तो हमें बहुत-सी चीजें दिखाई न पड़तीं ।
वस्तुओं के आर-पार जाने के प्रकाश के इसी गुण को दर्शकता कहते हैं। संसार में दो तरह की वस्तुएं हैं-एक प्रकृति की बनाई हुई और दूसरी मनुष्य की बनाई हुई। ये दोनों ही प्रकार की वस्तुएं एक-सी पारदर्शक होती हैं अर्थात् पूरा का पूरा प्रकाश उसके आर-पार निकल जाता है।
इसके विपरीत किसी वस्तु से प्रकाश आधा, किसी से तिहाई किसी से कम और किसी से बिल्कुल नहीं निकलता ।
प्रकृति की बनाई हुई चीजों में शीशा सब से अधिक पारदर्शी होता है। शीशा बड़ा कठोर होता है। आश्चर्य की बात है कि प्रकाश उस कठोर शीशे के आर-पार निकल जाता है।
यदि शीशे को किसी रंग से रंग दिया जाए तो उसकी पारदर्शकता कम हो जाएगी। रंगीन शीशे से बहुत कम प्रकाश बाहर निकलता है। धूप का रंगी चश्मा बहुत ही कम पारदर्शक होता है। इसके विपरीत खिड़की का शीशा पारदर्शक होता है।
फोटोग्राफ से जो फिल्म बनाई जाती है, वह भी कम पारदर्शक होती है ।
यह नहीं समझना चाहिए कि मुलायम चीजों में पारदर्शकता अधिक होती है। टिड्डी के पंख बहुत मुलायम होते हैं, पर वे कम पारदर्शक होता हैं ।
पारदार्शिकता की दृष्टि से हम वस्तुओं को तीन भागों में बांट सकते पूर्ण पारदर्शक वस्तुएं स्वल्प पारदर्शक वस्तुएं अपारदर्शक वस्तुए पूर्ण पारदर्शक वस्तुएं उन्हें कहते हैं, जिनके आर-पार प्रकाश का पूरा भाग निकल जाता है। जैसे-सफेद शीशा ।
स्वल्प पारदर्शक वस्तुएं वे हैं, जिनमें प्रकाश का कुछ भाग बाहर निकलता है-जैसे धूप का हरा चश्मा ।
अपारदर्शक वस्तुएं वे हैं, जिनसे प्रकाश का कुछ भी भाग बाहर नहीं निकलता।
जैसे-पत्थर । इसी प्रकार संसार की कुछ वस्तुएं पूर्ण पारदर्शक कुछ स्वल्पपारदर्शक और कुछ अपारदर्शक होती है।