कौवा सुबह होते ही क्यों बोलता है?
अनेक जंगली पक्षी प्रभात होते ही चहचहाने लगते हैं। पहले जागने वाले पक्षी अधिक कीड़े पकड़ने के लिए प्रातः काल होते ही सक्रिय होकर कोलाहल करते हैं। अनेक पक्षी जागने के पश्चात् चारो ओर घूमकर अपना प्रादेशिक अधिकार जतलाने का प्रयत्न करते हैं और अपने विशिष्ट स्थानों से अनाधिकार प्रवेश करने वाले पक्षियों को जोर से बोलकर चेतावनी देते हैं इसके अतिरिक्त पक्षियों का प्रभात होते ही चहचहाना इनकी आंतर-जीवी घड़ी से भी संबंधित है।