प्रकृति में कार्बन के अणुओं का प्रसार कार्बन चक्र कहलाता है। पौधे अपना भोजन बनाने के लिए हवा से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं। जंतु इन पौधों को खाते हैं और इन्हें जीव ऊतकों में बदल देते हैं। पौधे और जंतु, दोनों ही श्वसन (रेस्पाइरेशन) के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकालते हैं। जब जंतु और पौधे मृत होते हैं तो बैक्टीरिया और फंजाई मृत ऊतकों को भोजन के रूप में प्रयोग करते हैं और कार्बन को कार्बन डाइऑक्साइड के रूप में वापस हवा में (चित्र 4.6) पहुंचा देते हैं। यही कार्बन चक्र है। आज यह चक्र बढ़ती खपत, जीवाश्म ईंधन के जलने और वनों के कटान से बाधित होकर खतरे में है।